बरकोट, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक शांत और सुंदर कस्बा है। यह यमुना नदी के तट पर बसा हुआ है और चार धाम यात्रा के मार्ग पर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। बरकोट अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। बरकोट के मुख्य एवं दर्शनीय पर्यटन स्थल निम्नलिखित हैं:
यमुनोत्री धाम के लिए प्रवेश द्वार: बरकोट यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहाँ से यात्री जानकी चट्टी या फूल चट्टी तक वाहन से जाते हैं, जिसके बाद यमुनोत्री के लिए पैदल यात्रा शुरू होती है। यात्रा के दौरान बरकोट में आवास और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
सूर्य कुंड: बरकोट के पास खरसाली गाँव में सूर्य कुंड स्थित है। यह एक गर्म पानी का कुंड है और यमुनोत्री यात्रा के दौरान यात्री यहाँ स्नान करते हैं।
खरसाली गाँव: यह बरकोट के पास एक सुंदर गाँव है जो अपने पारंपरिक घरों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ प्राचीन शनिदेव का मंदिर भी स्थित है।
डोडीताल: बरकोट से कुछ दूरी पर स्थित डोडीताल एक खूबसूरत झील है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जानी जाती है। यहाँ ट्रेकिंग करके पहुँचा जा सकता है और यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार स्थान है।
दयारा बुग्याल: बरकोट के पास स्थित दयारा बुग्याल एक विशाल घास का मैदान है जो अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से हिमालय के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं और यह ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
लखमंडल: बरकोट से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर लखमंडल स्थित है, जो अपने प्राचीन शिव मंदिर और पुरातात्विक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ कई प्राचीन मूर्तियाँ और अवशेष देखे जा सकते हैं।
शांत प्राकृतिक दृश्य: बरकोट चारों ओर से ऊँचे पहाड़ों और हरी-भरी घाटियों से घिरा हुआ है। यमुना नदी के किनारे टहलना और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना एक सुखद अनुभव होता है।
बरकोट मुख्य रूप से यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, लेकिन इसके आसपास कई प्राकृतिक और धार्मिक स्थल भी हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यह उन लोगों के लिए एक शांत और सुंदर स्थान है जो प्रकृति की गोद में कुछ समय बिताना चाहते हैं।
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