नई टिहरी, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले का मुख्यालय है। यह एक आधुनिक शहर है जो टिहरी बांध के निर्माण के बाद बसाया गया है। नई टिहरी और इसके आसपास के मुख्य एवं दर्शनीय पर्यटन स्थल निम्नलिखित हैं:
टिहरी बांध (Tehri Dam): यह भारत का सबसे ऊंचा और दुनिया के सबसे बड़े बांधों में से एक है। बांध का विशाल जलाशय (टिहरी झील) एक प्रमुख आकर्षण है। यहां बोटिंग, वाटर स्कूटर, कयाकिंग और अन्य जल क्रीड़ाओं का आनंद लिया जा सकता है। बांध का विहंगम दृश्य भी देखने लायक है।
टिहरी झील (Tehri Lake): टिहरी बांध के जलाशय से बनी यह विशाल झील एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। झील के किनारे शांत वातावरण में घूमना और विभिन्न प्रकार की जल क्रीड़ाओं में भाग लेना एक लोकप्रिय गतिविधि है। यहाँ फ्लोटिंग हट्स और कैंपिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
कोटेश्वर बांध (Koteshwar Dam): यह टिहरी बांध परियोजना का ही एक हिस्सा है और भागीरथी नदी पर बना है। इसके आसपास का शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है।
चंद्रबदनी मंदिर: नई टिहरी से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर एक पहाड़ी पर माता सती को समर्पित चंद्रबदनी मंदिर स्थित है। यहाँ से हिमालय के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं और यह एक शांत आध्यात्मिक स्थल है।
देवप्रयाग: नई टिहरी से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर देवप्रयाग स्थित है, जो भागीरथी और अलकनंदा नदियों का पवित्र संगम स्थल है और यहीं से गंगा नदी का उद्गम होता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
नई टिहरी शहर: नई टिहरी एक सुनियोजित शहर है जिसमें आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ के बाजार में स्थानीय हस्तशिल्प और अन्य वस्तुएं खरीदी जा सकती हैं। शहर से हिमालय के सुंदर दृश्य भी दिखाई देते हैं।
सुरकंडा देवी मंदिर: नई टिहरी से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुरकंडा देवी मंदिर एक और प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यहाँ से भी आसपास के पहाड़ों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
कंजाणी: नई टिहरी के पास कंजाणी एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है जहाँ हरे-भरे जंगल और शांत वातावरण है।
नई टिहरी मुख्य रूप से टिहरी बांध और टिहरी झील के कारण एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में उभरा है। यहाँ आधुनिक सुविधाओं के साथ प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक स्थलों का भी अनुभव किया जा सकता है। जल क्रीड़ाओं में रुचि रखने वालों और शांत वातावरण पसंद करने वालों के लिए यह एक अच्छा गंतव्य है।
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