श्रीनगर के मुख्य एवं दर्शनीय पर्यटन स्थल।

श्रीनगर (गढ़वाल), उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है। यह अलकनंदा नदी के तट पर बसा हुआ है और गढ़वाल क्षेत्र का एक प्रमुख शिक्षा केंद्र भी है। श्रीनगर और इसके आसपास के मुख्य एवं दर्शनीय पर्यटन स्थल निम्नलिखित हैं:

कमलेश्वर मंदिर: श्रीनगर का सबसे महत्वपूर्ण मंदिर कमलेश्वर महादेव मंदिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है और माना जाता है कि यहीं पर भगवान राम ने सहस्त्रकमल अर्पित कर शिव की आराधना की थी। वैकुंठ चतुर्दशी की रात यहाँ दंपत्ति संतान प्राप्ति की कामना लेकर हाथ में जलते दीपक लेकर खड़े होते हैं।
अलकनंदा नदी: श्रीनगर अलकनंदा नदी के किनारे बसा हुआ है। नदी का किनारा शांत और सुंदर होता है और यहाँ टहलना एक सुखद अनुभव हो सकता है।
ढारी देवी मंदिर: श्रीनगर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर अलकनंदा नदी के किनारे ढारी देवी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। यह मंदिर श्रीनगर और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और इसकी एक अनोखी कहानी जुड़ी हुई है।
केशोराय मठ: श्रीनगर में स्थित केशोराय मठ एक प्राचीन वैष्णव मठ है। यह मठ धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
ज्योतिषपीठ शंकराचार्य मठ (जोशीमठ): हालांकि जोशीमठ श्रीनगर से काफी दूर है, लेकिन यह आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठों में से एक है और गढ़वाल क्षेत्र के धार्मिक इतिहास में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। पर्यटक श्रीनगर से जोशीमठ की यात्रा भी कर सकते हैं।
कीर्ति नगर: श्रीनगर से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर कीर्ति नगर स्थित है, जो एक शांत कस्बा है और यहाँ कई मंदिर और सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं।
देवप्रयाग: श्रीनगर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर देवप्रयाग स्थित है, जो भागीरथी और अलकनंदा नदियों का पवित्र संगम स्थल है और यहीं से गंगा नदी का उद्गम होता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
पौड़ी: श्रीनगर से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर पौड़ी स्थित है, जो पौड़ी गढ़वाल जिले का मुख्यालय है और अपने मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय: श्रीनगर में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का मुख्य परिसर स्थित है। विश्वविद्यालय का शांत और हरा-भरा परिसर भी देखने लायक है।
श्रीनगर (गढ़वाल) एक ऐसा शहर है जो धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राकृतिक सुंदरता का मिश्रण प्रस्तुत करता है। यह गढ़वाल क्षेत्र की संस्कृति और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और शांत वातावरण पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए एक अच्छा गंतव्य है।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *