धारचूला, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती शहर है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, रोमांचक ट्रेकिंग मार्गों और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। धारचूला के मुख्य एवं दर्शनीय पर्यटन स्थल निम्नलिखित हैं:
नारायण आश्रम: धारचूला से लगभग 136 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह एक आध्यात्मिक केंद्र है। शांत वातावरण और हिमालय के मनोरम दृश्य इसे एक विशेष स्थान बनाते हैं। यहाँ ध्यान और योग के लिए भी लोग आते हैं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्रवेश द्वार: धारचूला कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहाँ से ही तीर्थयात्री आगे की यात्रा के लिए परमिट और अन्य आवश्यक चीजें प्राप्त करते हैं। यात्रा के दौरान यहाँ यात्रियों की चहल-पहल बनी रहती है।
ओम पर्वत: धारचूला के पास स्थित ओम पर्वत एक पवित्र पर्वत है जिसकी चोटी पर बर्फ से प्राकृतिक रूप से ‘ओम’ की आकृति बनती है। यह धार्मिक और साहसिक पर्यटकों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। यहाँ तक पहुँचने के लिए ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
आदि कैलाश (छोटा कैलाश): धारचूला से अपेक्षाकृत करीब स्थित आदि कैलाश भी एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण भक्तों को आकर्षित करता है। यहाँ पार्वती झील और गौरी कुंड भी दर्शनीय हैं।
काली नदी: धारचूला भारत और नेपाल के बीच बहने वाली काली नदी के किनारे स्थित है। नदी का किनारा शांत और सुंदर होता है और यहाँ टहलना एक सुखद अनुभव हो सकता है।
स्थानीय बाजार: धारचूला का स्थानीय बाजार पारंपरिक कुमाऊँनी हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्र और स्थानीय उत्पादों के लिए जाना जाता है। यहाँ खरीदारी करना और स्थानीय संस्कृति को जानना एक अच्छा अनुभव है।
ट्रेकिंग मार्ग: धारचूला कई रोमांचक ट्रेकिंग मार्गों का शुरुआती बिंदु है, जैसे कि ओम पर्वत ट्रेक, आदि कैलाश ट्रेक और अन्य स्थानीय ट्रेक जो हिमालय की अद्भुत सुंदरता दिखाते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि धारचूला एक सीमावर्ती क्षेत्र है, इसलिए यहाँ यात्रा करने के लिए कुछ विशेष परमिट और नियमों का पालन करना पड़ सकता है। पर्यटकों को यात्रा से पहले इन नियमों और परमिट की जानकारी अवश्य ले लेनी चाहिए। अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के कारण धारचूला एक अनूठा पर्यटन स्थल है।
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